संघ गीत
पूर्ण करेंगे हम सब केशव
वह साधना तुम्हारी
आत्म हवन से राष्ट्रदेव की
आराधन तुम्हारी ॥प॥
निशि दिन तेरी ध्येय चिंतना
आकुल मन की तीव्र वेदना
साक्षात्कार ध्येय का हो
यह कामना तुम्हारी ।१॥
हिंदु हिंदु मे हो संघटना
सुप्त सिंह मे जगे चेतना
कपे विश्व हो पुनः घर्जना
यह वांछना तुम्हारी ॥२॥
कोटी कोटी हम तेरे अनुचर
ध्येय मार्ग पर हुए अग्रेसर
होगी पूर्ण सशक्त राष्ट्र की
वह कल्पना तुम्हारी ॥३॥
तुझसी ज्योती हृदय में पावें
कोटि कोटि तुझसे हो जावें
तभी पूर्ण हो राष्ट्रदेव की
वह अर्चना तुम्हारी ॥४॥
***
pUrNa kareMge hama saba keSava
vaha sAdhanA tumhArI
Atma havana se rAShTradeva kI
ArAdhana tumhArI ||pa||
niSi dina terI dhyeya ciMtanA
Akula mana kI tIvra vedanA
sAkShAtkAra dhyeya kA ho
yaha kAmanA tumhArI |1||
hiMdu hiMdu me ho saMGaTanA
supta siMha me jage cetanA
kape viSva ho punaH GarjanA
yaha vAMCanaa tumhArI ||2||
koTI koTI hama tere anucara
dhyeya mArga para hue agresara
hogI pUrNa saSakta rAShTra kI
vaha kalpanA tumhArI ||3||
tuJasI jyotI hRudaya meM pAveM
koTi koTi tuJase ho jAveM
taBI pUrNa ho rAShTradeva kI
vaha arcanA tumhArI ||4||
***
ಪೂರ್ಣ ಕರೇಂಗೇ ಹಮ ಸಬ ಕೇಶವ
ವಹ ಸಾಧನಾ ತುಮ್ಹಾರೀ
ಆತ್ಮ ಹವನ ಸೇ ರಾಷ್ಟ್ರದೇವ ಕೀ
ಆರಾಧನ ತುಮ್ಹಾರೀ ||ಪ||
ನಿಶಿ ದಿನ ತೇರೀ ಧ್ಯೇಯ ಚಿಂತನಾ
ಆಕುಲ ಮನ ಕೀ ತೀವ್ರ ವೇದನಾ
ಸಾಕ್ಷಾತ್ಕಾರ ಧ್ಯೇಯ ಕಾ ಹೋ
ಯಹ ಕಾಮನಾ ತುಮ್ಹಾರೀ |೧||
ಹಿಂದು ಹಿಂದು ಮೇ ಹೋ ಸಂಘಟನಾ
ಸುಪ್ತ ಸಿಂಹ ಮೇ ಜಗೇ ಚೇತನಾ
ಕಪೇ ವಿಶ್ವ ಹೋ ಪುನಃ ಘರ್ಜನಾ
ಯಹ ವಾಂಛನಾ ತುಮ್ಹಾರೀ ||೨||
ಕೋಟಿ ಕೋಟಿ ಹಮ ತೇರೇ ಅನುಚರ
ಧ್ಯೇಯ ಮಾರ್ಗ ಪರ ಹುಏ ಅಗ್ರೇಸರ
ಹೋಗೀ ಪೂರ್ಣ ಸಶಕ್ತ ರಾಷ್ಟ್ರ ಕೀ
ವಹ ಕಲ್ಪನಾ ತುಮ್ಹಾರೀ ||೩||
ತುಝಸೀ ಜ್ಯೋತೀ ಹೃದಯ ಮೇಂ ಪಾವೇಂ
ಕೋಟಿ ಕೋಟಿ ತುಝಸೇ ಹೋ ಜಾವೇಂ
ತಭೀ ಪೂರ್ಣ ಹೋ ರಾಷ್ಟ್ರದೇವ ಕೀ
ವಹ ಅರ್ಚನಾ ತುಮ್ಹಾರೀ ||೪||
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पूर्ण करेंगे हम सब केशव !
वह साधना तुम्हारी!!
आत्म हवन से राष्ट्रदेव की
आराधना तुम्हारी।।
निशि दिन तेरी ध्येय - चिंतना
आकुल मन की तीव्र वेदना
साक्षात्कार ध्येय का हो
यह मन कामना तुम्हारी
पूर्ण करेंगे…………
कोटी कोटी हम तेरे अनुचर
ध्येय मार्ग पर हुए अग्रसर
होगी पूर्ण सशक्त राष्ट्र की
वह कल्पना तुम्हारी
पूर्ण करेंगे…………………
तुझसी ज्योती हृदय में पावें
कोटी - कोटी तुझसे हो जावें
तभी पूर्ण हो राष्ट्र्देव की
वह अर्चना तुम्हारी
पूर्ण करेंगे…
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