संघ गीत
सत्य का आधार लेकर, हम हिमालय से खड़े हैं।
शील में औदार्य में हम, विश्व में सबसे बड़े हैं।।ध्रु.।।
संघ की शाखा निरंतर, शक्ति की आराधना है।
राष्ट्र की नव चेतना के, जागरण की साधना है।
ध्येय पथ पर अडिग होकर, पैर अंगद से गड़े हैं।
सत्य का आधार लेकर............................।।१।।
विश्व में फहराएंगे हम, देव संस्कृति की पताका।
जगत को संदेश देंगे, हिंदुओं की एकता का।
दूर कर अवरोध सारे, ध्येय पथ पर हम बढ़े हैं।
सत्य का आधार लेकर ...........................।।२।।
जीत ले विश्वास सबका, कर्म कौशल के सहारे।
बुद्धि बल से नष्ट कर दे, शत्रु के षड्यंत्र सारे।
संगठन का मार्ग दुर्गम, नियम संयम से चले हैं।
सत्य का आधार लेकर, हम हिमालय से खड़े हैं।
शील में औदार्य में हम, विश्व में सबसे बड़े हैं।
सत्य का आधार ...................................।।३।।
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