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गगन मे लहरता है भगवा हमारा ।
घिरे घोर घन दासताँ के भयंकर
गवाँ बैठे सर्वस्व आपस में लडकर
बुझे दीप घर-घर हुआ शून्य अंबर
निराशा निशा ने जो डेरा जमाया
ये जयचंद के द्रोह का दुष्ट फल है
जो अब तक अंधेरा सबेरा न आया
मगर घोर तम मे पराजय के गम में विजय की विभा ले
अंधेरे गगन में उषा के वसन दुष्मनों के नयन में
चमकता रहा पूज्य भगवा हमारा ॥१॥
भगावा है पद्मिनी के जौहर की ज्वाला
मिटाती अमावस लुटाती उजाला
नया एक इतिहास क्या रच न डाला
चिता एक जलने हजारों खडी थी
पुरुष तो मिटे नारियाँ सब हवन की
समिध बन ननल के पगों पर चढी थी
मगर जौहरों में घिरे कोहरो में
धुएँ के घनो में कि बलि के क्षणों में
धधकता रहा पूज्य भगवा हमारा ॥२॥
मिटे देवाता मिट गए शुभ्र मंदिर
लुटी देवियाँ लुट गए सब नगर घर
स्वयं फूट की अग्नि में घर जला कर
पुरस्कार हाथों में लोंहे की कडियाँ
कपूतों की माता खडी आज भी है
भरें अपनी आंखो में आंसू की लडियाँ
मगर दासताँ के भयानक भँवर में पराजय समर में
अखीरी क्षणों तक शुभाशा बंधाता कि इच्छा जगाता
कि सब कुछ लुटाकर ही सब कुछ दिलाने
बुलाता रहा प्राण भगवा हमारा॥३॥
कभी थे अकेले हुए आज इतने
नही तब डरे तो भला अब डरेंगे
विरोधों के सागर में चट्टान है हम
जो टकराएंगे मौत अपनी मरेंगे
लिया हाथ में ध्वज कभी न झुकेगा
कदम बढ रहा है कभी न रुकेगा
न सूरज के सम्मुख अंधेरा टिकेगा
निडर है सभी हम अमर है सभी हम
के सर पर हमारे वरदहस्त करता
गगन में लहरता है भगवा हमारा॥४॥
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gagana me laharatA hai BagavA hamArA |
Gire Gora Gana dAsatA~M ke BayaMkara
gavA~M baiThe sarvasva Apasa meM laDakara
buJe dIpa Gara-Gara hu^^A SUnya aMbara
nirASA niSA ne jo DerA jamAyA
ye jayacaMda ke droha kA duShTa Pala hai
jo aba taka aMdherA saberA na AyA
magara Gora tama me parAjaya ke gama meM vijaya kI viBA le
aMdhere gagana meM uShA ke vasana duShmanoM ke nayana meM
camakatA rahA pUjya BagavA hamArA ||1||
BagAvA hai padminI ke jauhara kI jvAlA
miTAtI amAvasa luTAtI ujAlA
nayA eka itihAsa kyA raca na DAlA
citA eka jalane hajAroM KaDI thI
puruSha to miTe nAriyA~M saba havana kI
samidha bana nanala ke pagoM para caDhI thI
magara jauharoM meM Gire koharo meM
dhu^^e~M ke Gano meM ki bali ke kShaNoM meM
dhadhakatA rahA pUjya BagavA hamArA ||2||
miTe devAtA miTa ga^^e SuBra maMdira
luTI deviyA~M luTa ga^^e saba nagara Gara
svayaM PUTa kI agni meM Gara jalA kara
puraskAra hAthoM meM loMhe kI kaDiyA~M
kapUtoM kI mAtA KaDI Aja BI hai
BareM apanI AMKo meM AMsU kI laDiyA~M
magara dAsatA~M ke BayAnaka Ba~Mvara meM parAjaya samara meM
aKIrI kShaNoM taka SuBASA baMdhAtA ki icCA jagAtA
ki saba kuCa luTAkara hI saba kuCa dilAne
bulAtA rahA prANa BagavA hamArA||3||
kaBI the akele hu^^e Aja itane
nahI taba Dare to BalA aba DareMge
virodhoM ke sAgara meM caTTAna hai hama
jo TakarA^^eMge mauta apanI mareMge
liyA hAtha meM dhvaja kaBI na JukegA
kadama baDha rahA hai kaBI na rukegA
na sUraja ke sammuKa aMdherA TikegA
niDara hai saBI hama amara hai saBI hama
ke sara para hamAre varadahasta karatA
gagana meM laharatA hai BagavA hamArA||4||
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