संघ गीत
तन मन धन जीवन अर्पण कर
भारत श्रेष्ठ बनाएंगें ।
अपनी मेहनत से इस जग में
हम सिरमौर कहाएंगें ।।
राम कृष्ण गौतम गुरूनानक
की यह पावन पुण्य धरा ।
शस्य श्यामला सुरभित कण-कण
अणु-अणु में अनुराग भरा।
मंगलमय जीवन हो सबका-2
ऐसी ज्योति जलाएंगें ।
निज संस्कृति का सम्बल ले
हम नई सोच अपनाएंगे ।
कोई भी न पीछे हो सब
कदम से कदम मिलाएंगें ।
उठें चलें हम बढें निरन्तर -2
सब में भाव जगाएंगे ।
स्वच्छ हमारे घर आँगन हो
वन उपवन हरियाली हो ।
गंगा की निर्मल धारा हो
घर - घर में खुशहाली हो ।
जननी जन्मभूमि अति सुन्दर-2
इसमे स्वर्ग सजाएंगे ।।
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