संघ गीत
लक्ष्य शिखर की ओर अग्रसर,
भारत का पावन अभियान।
लोक शक्ति के स्वप्नों पर अब ,
युवा शक्ति भी है गतिमान ।
आओ तीव्र करें आह्वान,
मिलकर सफल करें अभियान।।
मातृभूमि का भाल सुरक्षित,
जागा जनमानस विश्वास ।
दानवता से मुक्ति हेतु ये,
राष्ट्र-भाव के सफल प्रयास ।
भस्म करें आतंकवाद को ,
और तीव्र हो महाप्रयाण।।
आओ तीव्र करें आह्वान....
जन्म भूमि प्रभु रामचंद्र की,
मुक्त हुई यह सुख की श्वास।
संस्कृति सूर्योदय पथ उज्जवल,
होगा प्रबल जगी जन आस।
कर्म करें हम धर्माधारित,
सक्रिय सभी लोक संस्थान।
आओ तीव्र करें आह्वान.....,
हो अपना हर भारतवासी,
नहीं पराया या अनजान।
हम संतति सब भारत माँ की,
करें राष्ट्र का हर उत्थान।
राष्ट्र समर्पण समझ हिताहित,
कर पाएंगे जनकल्याण।
आओ तीव्र करें आह्वान..
प्रश्न अनेकों कदम निरंतर,
एक अखंड राष्ट्र संदेश।
बढें परम वैभव के पथ पर,
प्रगतिशील अपना परिवेश।
कर्म ज्ञान और भक्ति धारकर
प्राप्त करें जग में सम्मान।
आओ तीव्र करें आह्वान
लक्ष्य शिखर की ओर अग्रसर,
भारत का पावन अभियान।
लोक शक्ति के स्वप्नों पर अब ,
युवा शक्ति भी है गतिमान ।
आओ तीव्र करें आह्वान,
मिलकर सफल करें अभियान।।
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