Friday, 24 December 2021

जिसके मोहक छवि others JISKE MOHAK CHAVI rss


 

संघ गीत

जिसके मोहक छवि के ऊपर, 

बलि बलि जाता नील गगन है।

ऐसी प्यारी मातृभूमि को-2

 मेरा सौ सौ बार नमन है-2


श्यामा इसकी पढ़े प्रभाती कोयल गाती मीठी ठुमरी।

विरहा इसका बोले पपीहा और मयूरी नाचे कजरी।

मैना इसकी कजरी गाती तोता करता राम भजन है।

 ऐसी प्यारी मातृभूमि को-2 मेरा सौ सौ बार नमन है-2

                             जिसके मोहक छवि के ऊपर


नीलकमल पर जन्म लिया है पारिजात फूलों पर डोले।

जग को अपना भाव बताने पहले पहल वेद ने बोले ।

राम राज्य की महत्व कल्पना-2 कहते जिसको रामायण हैं।

ऐसी प्यारी मातृभूमि को-2 मेरा सौ सौ बार नमन है-2


जिसके मोहक छवि के ऊपर, 

बलि बलि जाता नील गगन है।

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