संघ गीत
जिसके मोहक छवि के ऊपर,
बलि बलि जाता नील गगन है।
ऐसी प्यारी मातृभूमि को-2
मेरा सौ सौ बार नमन है-2
श्यामा इसकी पढ़े प्रभाती कोयल गाती मीठी ठुमरी।
विरहा इसका बोले पपीहा और मयूरी नाचे कजरी।
मैना इसकी कजरी गाती तोता करता राम भजन है।
ऐसी प्यारी मातृभूमि को-2 मेरा सौ सौ बार नमन है-2
जिसके मोहक छवि के ऊपर
नीलकमल पर जन्म लिया है पारिजात फूलों पर डोले।
जग को अपना भाव बताने पहले पहल वेद ने बोले ।
राम राज्य की महत्व कल्पना-2 कहते जिसको रामायण हैं।
ऐसी प्यारी मातृभूमि को-2 मेरा सौ सौ बार नमन है-2
जिसके मोहक छवि के ऊपर,
बलि बलि जाता नील गगन है।
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