Friday, 24 December 2021

अयोध्या मथुरा माया एकात्मता स्तोत्र traditional AYODHYA MATHURA MAYA EKATMATA STOTRA rss sanskrit संस्कृत

श्लोक संख्या  1- 3

श्लोक संख्या -4


श्लोक संख्या -5


श्लोक संख्या  6 - 7


 RSS songs - shlokas  संघ गीत - samskruta shloka

Audio by Sri. Swaminand Sinha - thanks to Sinhaji

एकात्मता स्तोत्र भारत की राष्ट्रीय एकता का उद्बोधक गीत है जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  (आरएसएस RSS ) की शाखाओं में गाया जाता है। यह संस्कृत में है। इसमें आदिकाल से लेकर अब तक के भारत के महान सपूतों एवं सुपुत्रियों की नामावलि है जिन्होने भारत एवं महान हिन्दू सभ्यता के निर्माण में योगदान दिया। इसके अलावा इसमें आदर्श नारियाँ, धार्मिक पुस्तकें, नदियाँ, पर्वत, पवित्रात्मायें, पौराणिक पुरुष, वैज्ञानिक एवं सामाजिक-धार्मिक पर्वतक आदि सबके नामों का उल्लेख है।


एकात्मता स्त्रोत्र का आरम्भिक पाठ इस प्रकार है:


ॐ सच्चिदानन्दरूपाय नमोस्तु परमात्मने

ज्योतिर्मयस्वरूपाय विश्वमाङ्गल्यमूर्तये || १ ||


प्रकृतिः पञ्चभूतानि ग्रहा लोकाः स्वरास्तथा

दिशः कालश्च सर्वेषां सदा कुर्वन्तु मङ्गलम्।। २।।


रत्नाकराधौतपदां हिमालयकिरीटिनीम्

ब्रह्मराजर्षिरत्नाढ्यां वन्दे भारतमातरम् || 3 ||


महेन्द्रो मलयः सह्यो देवतात्मा हिमालयः

ध्येयो रैवतको विन्ध्यो गिरिश्चारावलिस्तथा || ४ ||


गङ्गा सरस्वती सिन्धुर्ब्रह्मपुत्रश्च गण्डकी

कावेरी यमुना रेवा कृष्णा गोदा महानदी || ५ ||


अयोध्या मथुरा माया काशी काञ्ची अवंतिका।

 वैशाली द्वारिका ध्येया पुरी तक्षशिला गया।। 06


 प्रयाग:  पाटलिपुत्रम् विजयनगरम् महत्।

इंद्रप्रस्थम्  सोमनाथ: तथा अमृतसर: प्रियम्।। 07

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