Padmanabha, Ghosh Pramukh ಮಾಧವ ಕೃಪ ಮೈಸೂರು
संघ गीत
युग परिवर्तन करने को अब ध्येय मार्ग पर चलना है ।
विश्व पटल पर भरत माँ का,फिर से शौर्य दिखाना है,
फिर से शौर्य दिखाना है ||
समय चलेगा अपने ढंग से,अविचल गति अपनाना है,
ग्राम नगर और डगर डगर में,भक्ति भाव प्रकटाना है,
हृदय धरा पर भारत मा का ,उज्ज्वल चित्र बनाना है,
उज्वल चित्र बनाना है,||
कुरुक्षेत्र में गीत सुन जो ,अर्जुन थे कटी बद्ध हुए,
शाखा स्थल पर उसि रीत से, नव भारत निर्माण करें
स्नेह भरे भावों से पुनरपि अर्पण भाव जगान है,
अर्पण भाव जगाना है ||
केशव माधव के स्वप्नों को पूरा कर दिखलना है,
संघ शक्ति के द्वारा जग को, दर्शन भव्य कराना है,
हिन्दु और हिन्दुत्व भाव से भगवा ध्वज फहराना है,
भगवा ध्वज फहराना है, । ||
***
No comments:
Post a Comment